नंदुरबार की तरह ही धुले की लोकसभी सीट भी कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करती थी, लेकिन अब वहां बीजेपी का शासन है। 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ही जीती है। 2009 में प्रताप नारायणराव सोनावने जीते थे तो 2014 में डॉक्टर सुभाष भामरे ने जीत दर्ज की। बात कहें सबसे पहले चुनाव की तो 1957 में यहां पहली बार चुना हुआ था तब भारतीय जनसंघ के उत्तमराव लक्षण पाटिल इस सीट से जीते थे, लेकिन 1962 के चुनाव में कांग्रेस जीत गई और उसके बाद लगातार 35 सालों तक उसकी जीत का सिलसिला बना रहा।
1996 के चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार साहेबराव सुकराम बगुल की जीत से कांग्रेस का 35 सालों का रिकॉर्ड टूट गया। हालांकि अगले चुनाव 1998 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस ने वापसी की।
1999 लोकसभा चुनाव में फिर से बीजेपी जीत गई, लेकिन 2004 में कांग्रेस के बापू हरी चौरे इस सीट से विजय हुए। मगर 2004 के बाद कांग्रेस सता मे वापसी नहीं कर पाई। 2009 और 2014 के चुनावों में बीजेपी का ही बोलबाला रहा। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के डॉक्टर सुभाष भामरे को 529450 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वं....